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आयुष सेक्टर पर मन की बात का प्रभाव’ पर केंद्रित आयुर्वेद विज्ञान ने अनुसंधान की जर्नल आयुर्वेदिक रिसर्च पत्रिका के विशेष संस्करण का विमोचन किया गया

  केंद्रित आयुर्वेदिक विज्ञान अनुसंधान परिषद (सीसीआरएएस) की अनुसंधान पत्रिका जारी की गई   आयुष मंत्रालय ने ‘ आयुष सेक्टर पर मन की बात का प्रभाव ’ पर केंद्रित केंद्रीय आयुर्वेदिक विज्ञान अनुसंधान परिषद (सीसीआरएएस) की आधिकारिक अनुसंधान पत्रिका जर्नल ऑफ रिसर्च इन आयुर्वेदिक साइंसेज (जेआरएएस) पत्रिका के एक विशेष संस्करण का विमोचन किया है। आयुष तथा पत्तन , पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्री श्री सर्बानंद सोनेवाल ने आज आयुष सचिव वैद्य राजेश कोटेचा तथा मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में पत्रिका का विशेष संस्करण का विमोचन किया।   आयुष सेक्टर पर प्रधानमंत्री के विभिन्न विचारों से प्रेरणा ली गई अपने संबोधन में श्री सर्बानंद सोनोवाल ने कहा , ' प्रधानमंत्री के ‘ मन की बात ’ संवाद आयुष को सकारात्मक विश्वास प्रदान करने में मददगार रहे हैं , प्रस्तुति की अपनी नवोन्मेषी तथा अनूठी संवादमूलक शैली के साथ , इस रेडियो कार्यक्रम ने अपने लिए एक उत्कृष्ट स्थान बनाया है और यह समुदायों के बीच लोकप्रिय हो गया है। ' पत्रिका के विशेष संस्करण के कंटेंट ने आयुष सेक्टर पर हमारे प्रधानमंत्री के व...

शिक्षा में परिवर्तन :- शिक्षा मंत्रालय ने मन की बात में व्‍यक्‍त किए गए प्रधानमंत्री के विचार और दूरदर्शिता से प्रेरित होकर कई पहल की हैं शिक्षा प्रणाली के बदलाव में सरकार के शिक्षा मंत्रालय और विभिन्न स्वायत्त संस्थानों द्वारा शुरू की गई पहल की झलक दिखाई देती है।

  मन की बात ने समाज के सभी वर्गों को प्रभावित किया है इस कार्यक्रम के माध्‍यम से   लोग राष्ट्रहित के लिए निर्धारित महान लक्ष्यों को पूरा करने में योगदान के लिए प्रेरित हुए हैं। 3 अक्टूबर , 2014 को शुरू हुई मन की बात भारत के प्रधानमंत्री का एक बहुत लोकप्रिय कार्यक्रम है जिसने पिछले नौ वर्षों में प्रसारण की 100 कड़ी पूरी की हैं इस कार्यक्रम के दौरान उन्होंने देश को बेहतर बनाने के लिए सैकड़ों विभिन्न मुद्दों को उठाया है। ये सभी मुद्दे गहन अनुसंधानों और देश भर के विभिन्न हितधारकों और विभिन्‍न विषयों में कार्यरत विशेषज्ञों से मिले विशेष फीडबैक पर आधारित हैं। मन की बात के माध्यम से उन्होंने देश के सामने विभिन्न शैक्षिक पहलुओं सहित चिंताओं को तथ्यों और आंकड़ों के साथ प्रस्‍तुत किया है और इसके लिए जन समुदाय की उत्‍साही प्रतिक्रिया मिली है। मन की बात कार्यक्रम ने समाज के सभी वर्गों को प्रभावित किया है और वे राष्ट्रहित के समक्ष निर्धारित महान लक्ष्यों को पूरा करने में योगदान देने के लिए प्रेरित हुए हैं। आज 30 अप्रैल , 2023 को मन की बात की 100 वीं कड़ी का प्रसारण हुआ। इस अवसर पर म...

कैबिनेट ने चिकित्सा उपकरण क्षेत्र के लिए नीति को मंजूरी दी कार्य योजना के कार्यान्वयन से, सेक्टर की क्षमता का दोहन करने के लिए छह रणनीतियां बनाई गईं इस नीति से चिकित्सा उपकरण क्षेत्र को अगले पांच वर्षों में वर्तमान 11 बिलियन अमेरिकी डॉलर से 50 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक बढ़ने में मदद मिलने की उम्मीद है

केंद्रीय मंत्रिमंडल ने राष्ट्रीय चिकित्सा उपकरण नीति , 2023 को मंजूरी दे दी है भारत में चिकित्सा उपकरण क्षेत्र भारतीय स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र का एक आवश्यक और अभिन्न अंग है। भारतीय चिकित्सा उपकरण क्षेत्र का योगदान और भी अधिक महत्वपूर्ण हो गया है क्योंकि भारत ने वेंटिलेटर , रैपिड एंटीजन टेस्ट किट , रियल-राइम रिवर्स ट्रांसक्रिप्शन पॉलीमरेज चेन रिएक्शन (आरटी-पीसीआर) किट , इन्फ्रारेड (आईआर) थर्मामीटर , व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण (पीपीई) किट और एन- 95 मास्क जैसे चिकित्सा उपकरणों और डायग्नोस्टिक किट के बड़े पैमाने पर उत्पादन के माध्यम से कोविड- 19 महामारी के खिलाफ घरेलू और वैश्विक लड़ाई का समर्थन किया है अत्याधुनिक चिकित्सा उपकरणों का घरेलू निर्माण शुरू हो गया है भारत में चिकित्सा उपकरण क्षेत्र एक उभरता हुआ क्षेत्र है जो तेज गति से बढ़ रहा है। भारत में चिकित्सा उपकरण क्षेत्र के बाजार का आकार 2020 में 11 बिलियन अमेरिकी डॉलर (लगभग 90,000 करोड़ रुपये) होने का अनुमान है और वैश्विक चिकित्सा उपकरण ...

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