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एफएसएसएआई ने फल व्यापारियों को फल पकाने में कैल्शियम कार्बाइड के उपयोग न करने का अनुपालन सुनिश्चित करने के प्रति सचेत किया, कैल्शियम कार्बाइड, जो आमतौर पर आम जैसे फलों को पकाने के लिए उपयोग किया जाता है, से एसिटिलीन गैस निकलता है जिसमें आर्सेनिक और फास्फोरस के हानिकारक अंश होते हैं।

    भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) ने विशेष रूप से आम के मौसम में फलों को कृत्रिम रूप से पकाने के लिए कैल्शियम कार्बाइड पर प्रतिबंध का सख्ती से अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए पकने वाले कक्षों का संचालन करने वाले व्यापारियों/फल संचालकों/खाद्य व्यवसाय संचालकों (एफबीओ) को सचेत किया है। एफएसएसएआई राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों के खाद्य सुरक्षा विभागों को एफएसएस अधिनियम , 2006 और उसके तहत बनाए गए नियमों/विनियमों के प्रावधानों के अनुसार ऐसी गैरकानूनी प्रथाओं में शामिल व्यक्तियों के खिलाफ सतर्क रहने , गंभीर कार्रवाई करने और सख्ती से निपटने की सलाह दे रहा है। कैल्शियम कार्बाइड , जो आमतौर पर आम जैसे फलों को पकाने के लिए उपयोग किया जाता है , से एसिटिलीन गैस निकलता है जिसमें आर्सेनिक और फास्फोरस के हानिकारक अंश होते हैं। ये पदार्थ , जिन्हें ' मसाल ' के नाम से भी जाना जाता है , चक्कर आना , मुँह सूखना , जलन , कमजोरी , निगलने में कठिनाई , उल्टी और त्वचा के अल्सर आदि जैसी गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं पैदा कर सकते हैं। इसके अलावा , एसिटिलीन गैस के साथ काम करने वालों के लिए भ...

इंडियास्किल्स 2024 में पुरुष-प्रधान व्यवसायों में 170 से अधिक महिलाएं भाग ले रही हैं टूट रहीं बेड़ियां: इंडियास्किल्स 2024 में महिलाओं ने बाजी मारी

    इसमे 30 से अधिक राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से 900 से अधिक उम्मीदवार भाग ले रहे हैं यशोभूमि , द्वारका में 15 से 19 मई 2024 तक चलने वाली इंडियास्किल्स प्रतियोगिता 2024 के दौरान उन व्यवसायों में महिलाओं की भागीदारी में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है , जिन पर पहले पुरुषों का वर्चस्व था। महिला प्रतिभागी अपने पुरुष समकक्षों के साथ सीधे मुकाबले में भाग ले रही हैं , बहुत जोश और उत्साह का प्रदर्शन कर रही हैं। साथ ही , यह साबित कर रही हैं कि कौशल और प्रतिभा किसी भी रूप में लैंगिक वजहों से बाधित नहीं होती। इस वर्ष , इंडियास्किल्स में 30 से अधिक राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से 61 कौशलों से जुड़े 900 से अधिक उम्मीदवार और 400 से अधिक उद्योग विशेषज्ञ भाग ले रहे हैं। लॉजिस्टिक्स और फ्रेट फॉरवर्डिंग , वेब टेक्नोलॉजीज , विजुअल मर्चेंडाइजिंग , फैशन तकनीक , ग्राफिक डिजाइन तकनीक , पेंटिंग और डेकोरेटिंग , इलेक्ट्रिकल इंस्टॉलेशन , औद्योगिक डिजाइन प्रौद्योगिकी व नवीकरणीय ऊर्जा जैसे व्यवसायों में 170 से अधिक महिलाएं भाग ले रही हैं। यह प्रतियोगिता समान अवसर प्रदान करने के लि...

साइबर अपराधियों द्वारा पुलिस, NCB, CBI, RBI और अन्य कानून प्रवर्तन एजेंसियों का रूप धारण कर साइबर अपराधियों द्वारा 'ब्लैकमेल' और 'डिजिटल अरेस्ट' की घटनाओं के खिलाफ अलर्ट

  राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल ( NCRP) पर साइबर अपराधियों द्वारा पुलिस अधिकारियों , केंद्रीय जांच ब्यूरो ( CBI), नारकोटिक्स विभाग , भारतीय रिजर्व बैंक , प्रवर्तन निदेशालय और अन्य कानून प्रवर्तन एजेंसियां का रूप धारण कर धमकी , ब्लैकमेल , जबरन वसूली और "डिजिटल अरेस्ट" जैसी वारदातों को अंजाम देने के संबंध में बड़ी संख्या में शिकायतें दर्ज की जा रही हैं। ये धोखेबाज आमतौर पर संभावित पीड़ित को कॉल करते हैं और कहते हैं कि पीड़ित ने कोई पार्सल भेजा है या प्राप्त किया है जिसमें अवैध सामान , ड्रग्स , नकली पासपोर्ट या कोई अन्य प्रतिबंधित वस्तु है। कभी-कभी , वे यह भी सूचित करते हैं कि पीड़ित का कोई करीबी या प्रिय व्यक्ति किसी अपराध या दुर्घटना में शामिल पाया गया है और उनकी हिरासत में है। ऐसे कथित "केस" में समझौता करने के लिए पैसे की मांग की जाती है। कुछ मामलों में , पीड़ितों को "डिजिटल अरेस्ट" का सामना करना पड़ता है और उनकी मांग पूरी न होने तक पीड़ित को स्काइप या अन्य वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग प्लेटफॉर्म पर धोखेबाजों के लिए उपलब्ध रहने पर मजबूर किया जाता है। ...

ईपीएफओ ने अपने करोड़ों सदस्यों के लिए जीवनयापन को सुगम बनाने के लिए अब शिक्षा, विवाह और आवास के उद्देश्यों के लिए अग्रिम राशि के दावों का ऑटो-मोड से निपटान शुरू किया है।

  ईपीएफओ ने ' ईज ऑफ लिविंग ' का विस्तार किया: दावों के निपटान के लिए सेवा प्रदायगी के समय में कमी लाई गई , ईपीएफओ ने दावों के निपटान के लिए ऑटो-मोड का दायरा बढ़ाया , ईपीएफओ ने शिक्षा , विवाह और आवास के लिए ऑटो दावा निपटान शुरू किया श्री अनिरुद्ध प्रसाद ने 09.05.2024 को अनुच्‍छेद 68 जे के तहत बीमारी के लिए अग्रिम राशि हेतु आवेदन किया था। उनके अग्रिम राशि के दावे का 03 दिन के भीतर 11.05.2024 को 92,143/- रुपये की राशि पर निपटान कर दिया गया। ईपीएफओ में श्री अनिरुद्ध प्रसाद की कहानी जैसी अनेक कहानियां हैं। ईपीएफओ ने अपने करोड़ों सदस्यों के लिए जीवनयापन को सुगम बनाने के लिए अब शिक्षा , विवाह और आवास के उद्देश्यों के लिए अग्रिम राशि के दावों का ऑटो-मोड से निपटान शुरू किया है। ईपीएफओ ने स्‍वत: दावा समाधान या ऑटो क्लेम सॉल्यूशन शुरू किया है जिसके तहत दावे को बिना किसी मानवीय हस्तक्षेप के आईटी सिस्टम द्वारा स्वचालित रूप से संसाधित या प्रोसेस किया जाता है। दावा निपटान का ऑटो मोड अप्रैल , 2020 में बीमारी के लिए अग्रिम राशि के उद्देश्य से शुरू किया गया था। अब इसकी सीमा बढ़ाकर 1,00...

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