किसानों के गांव-घर की जमीन का बंदर बांट करने के लिए दुर्ग जिला कलेक्टर को निरंकुश छोड़कर… मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने खुले-स्थानों व भूमि-खंडों की पंजी, संरक्षित भूखंडों की पंजी और खसरा पंचशाला पंजी में विधि निर्देशित पंजी प्रविष्टि कार्यवाही सुनिश्चित नहीं करवाकर… स्थानीय लोगों के लिए बढ़ी समस्या खड़ी कर दी है और मतदाताओं के साथ विश्वासघात करने के लोकतांत्रिक अपराध के आरोप का… सामना करने की परिस्थिति मुख्यमंत्री ने स्वयं के लिए उत्पन्न कर दी है… पढ़िए तर्क संगत खुलासा…
दुर्ग जिला राजनितिक तौर पर छत्तीसगढ़ राज्य का वीआईपी जिला है | जहां पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का निर्वाचन क्षेत्र भी है। गौरतलब रहे कि, दुर्ग जिले के किसानों के जमीनों की हेराफेरी करने का प्रशासकीय अवसर दुर्ग कलेक्टर “पहले आओ और पहले पाओ की तर्ज पर” भूमि दलालों को उपलब्ध करवाने का कार्य व्यवहार कर रहा है और… भूपेश बघेल मूकदर्शक बनकर किसानों के गांव-घर की जमीन को भूमि दलालों की “छल कपट गतिविधियों” के हवाले करके… कैसे अपनी राजनैतिक दुकान चलाने के लिए कपटपूर्ण गतिविधियां कर रहा है… इसके सांकेतिक प्रमाण श्रीमती योगिता देवांगन संयुक्त कलेक्टर दुर्ग एवं जन सूचना अधिकारी दुर्ग द्वारा निशा देशमुख की शिकायत पर विधिवत अनुविभागीय अधिकारी दुर्ग को प्रेषित ज्ञापन के विषयवस्तु से स्पष्ट हो रहा है पढ़िए यह पत्र… जमीन घोटाला की लंबित कार्यवाही उक्त ज्ञापन को Download करिए गौरतलब रहे कि, श्रीमती योगिता देवांगन संयुक्त कलेक्टर दुर्ग ने विधिवत अनुविभागीय अधिकारी दुर्ग को उक्त ज्ञापन इसलिए प्रेषित किया था क्योंकि सामाजिक कार्यकर्ता निशा देशमुख ने अपनी शिकायत में लेख किया था कि, अत्यं...