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मई, 2023 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

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समाजसेविका और बाल कल्याण समिति दुर्ग की सदस्य ने आपत्तिजनक शालेय आचरण के विषय पर शासन का संज्ञान करवाया और बताया की छत्तीसगढ़ के युवाओं भटकाने वाली है फिल्म "ले शुरू हो गए मया के कहानी"

अनुशासन्हीनता और अशोभनीय व्यवहार शैली आपत्तिजनक है  शाला परिसर और स्कूल यूनिफॉर्म में प्रेम प्रसंग और गर्भवती छात्रा की उपस्थिति का फिल्मांकन करने वाली छत्तीसगढ़ी फिल्म , " ले शुरू हो गए मया के कहानी" के आपत्तिजनक विषय का संज्ञान समाज सेविका श्रद्धा साहू ने शासन को करवाया है और बताया है की , इस फिल्म का विषय और किरदार छत्तीसगढ़ी संस्कृति और जन अपेक्षित शालेय आचरण शैली को आहत करने वाले हैं । जिसमें एक पिता और स्कूल के प्रिंसिपल के किरदार का मजाक उड़ाता सीन तथा गर्भवती स्कूली छात्रा की गर्भस्थ अवस्था को स्कूल ड्रेस में फिल्माए जाने के साथ-साथ स्कूल परिसर में अनुशासनहीनता के व्यवहार शैली को समर्थन देने वाली तर्कविहीन कहानी को दिखाया गया है । जिसके कारण स्कूल शिक्षा में विधि अपेक्षित अनुशासन बनाए रखने का जन अपेक्षित विषय आहत हो रहा है और अनुशासनहीन शालेय आचरण किए जाने को बढ़ावा मिल रहा है । उल्लेखनीय है कि , शालेय आचरण में अनुशासन को सर्वोपरि स्थान देने की हमारी संस्कृति और परंपरा है जिसे भी संदर्भित फिल्मी कहानी का विषय अपमानित कर रहा है । फिल्म की कहानी और उसके किरद...

पार्षदों को राज्य शासन द्वारा प्रदत अधिकारों का प्रयोग करने का अधिकार प्रदान करने वाले नियम कानून छत्तीसगढ़ राज्य में स्पष्ट है जिसके आधार पर पार्षद अपने अधिनियमित अधिकारों का प्रयोग कर सकते हैं उल्लेखनीय है कि, नगर पालिक अधिनियम के अंतर्गत आयोजित सम्मिलानो में पार्षदों की भूमिका और पार्षदों के अधिकारों को छत्तीसगढ़ के राज्य शासन ने कानून बनाकर स्पष्ट कर दिया है | जिससे अब यह स्पष्ट हो गया है कि, निगम कार्यवाहियों में अब पार्षदों का वर्चस्व बना रहेगा |

    प्रश्न पूछ सकते हैं “पार्षद” पार्षद अब अपने अधिकारो का प्रयोग सांसद और विधायको की तरह निगम सम्मिलानो में प्रश्न पूछकर करेंगे | आयुक्त अपने अधिनस्त अधिकारियो को बाध्य करेगा की वे पार्षदों के द्वारा पूछे गए प्रश्नों से संबंधित दस्तावेजो का अवलोकन निगम सम्मिलन से दो दिवस पूर्व पार्षद को करवाएं पार्षदों के प्रश्नों के उत्तर देना आवश्यक आयुक्त अपना पदेन कर्तव्यो का अनुपालन सुनिश्चित करेगा की निगम सम्मिलन के उपरांत पार्षदों के द्वारा पूछे गए प्रश्नों के उत्तर उन्हें लिखित में मिले | निगम सम्मिलानो को विधानसभा की तर्ज पर आयोजित करने के लिए राज्य शासन ने नियम बनाया है उल्लेखनीय है की यह नियम निगम सम्मिलन के सभी विषयों को स्पष्ट करते हुए उनके व्यवहारिक पहलुओं पर प्रकाश डालता है | जनता की समस्याओ पर प्रश्न पूछेगा पार्षद पार्षदों को यह अधिकार प्रदान कर दिया है गया है कि, वे आम जनता की समस्याओ को निगम सम्मिलानो में उठाकर जिम्मेदार अधिकरियो से जवाब-तलब कर सके लेकिन गौर तलब रहे कि, राज्य शासन की यह पहल तभी सफल होगी जब सभी वार्डों के पार्षदगण अपने अधिकारों का प्रयोग...

हम अक्सर यह सुनते है की शासकीय जमींन पर अवैध कब्ज़ा हो गया या किसी ने शासकीय जमीन का सौदा कर दिया है ! ऐसे आश्चर्य चकित करने वाले मामलों का असल कारण है वार्ड की शासकीय भूमि का व्यौरा सार्वजनिक नहीं होना इस गंभीर विषय पर अमोल मालुसरे का दृष्टिकोण प्रस्तुत है जिस पर आपकी दावा-अप्पति और सुझाव सादर आमंत्रित है पढ़िए ....

पटवारी और तहसीलदार की पदेन कर्तव्य निष्ठा प्रश्नांक्तित क्यों है ? नगर निगम क्षेत्र में बढ़ते जमीन विवाद और इन विवादों की वर्षों चलाने वाली परिवाद कार्यवाही जन सामान्य के कटु और व्यथित करने वाले अनुभव का हिस्सा है गौरतलब रहे कि , इस बात को कहे जाने में शायद ही किसी का दो मत होगा की इस परिस्थिति के लिए सीधे तौर पर तहसीलदार और पटवारी जिम्मेदार है क्योंकि तहसीलदार और पटवारी ने जिले के भू - अभिलेख में विधि वांछित प्रविष्टि कार्यवाही को विधि निर्देशानुसार क्रियान्वयन प्रक्रिया में पंजी प्रविष्टि नहीं कि है इसलिए नगर निगम क्षेत्र के सार्वजनिक प्रयोजन के भूखंडों का मालिकाना हक़ विवादों में फंसा हुआ है । वर्त्तमान में विडंबना पूर्ण स्थिति यह है की शासकीय मालिकाना हक़ वाली भूमियों के दस्तावेजों की प्रमाणित स्थिति का संधारण करके जन सामान्य को जानकारी में लाने का पदेन कर्तव्य पूरा करने का अहसास पटवारी और तहसीलदार ने अपने कार्य व्यवहार से जनता को नहीं करवाया है जिसके कारण तहसीलदार और पटवारियों के कार्यचरण को चुनौती देने के लिए जनता मजबूर हो रही है इसलिए समाज सेविका निशा देशमुख ने ऐ...

बचाओ ! बचाओ ! सड़क, नाली, खेल मैदान, उद्यान जैसे सार्वजनिक और शासकीय भूमि को अवैध कब्जे से बचाओं ! सामाजिक कार्यकर्त्ता निशा देशमुख

शासकीय, सार्वजनिक व निगम की संपत्ति को बचाने के लिए प्रयासरत समाज सेविका निशा देशमुख की मुहीम पर जिला प्रशासन जागा ! दुर्ग कलेक्टर की कार्यवाहियों में दिखने लगे जनहित संरक्षण के संकेत अडिग है निशा देशमुख विगत कई महीनो से समाज सेविका निशा देशमुख शासकीय और सार्वजनिक मालिकाना हक़ की जमीनों को बचाने और सुरक्षित करने की अभूतपूर्व वैचारिक मुहीम चला रही है जिसके कारण जिला प्रशासन दुर्ग जवाबदेही की स्थिति में आ गया है गौरतलब रहे कि, निशा देशमुख द्वारा पहल किये जाने से पहले जिला प्रशासन शासकीय भूमि को संरक्षित और सुरक्षित करने के मामले में गैर जिम्मेदाराना कार्य व्यवहार का परिचय दे रहा था लेकिन जिला कलेक्टर ने अब प्रेस विज्ञप्ति जारी करके कार्यवाहियां प्रारंभ करने की बात कर दी है | सार्वजनिक भूमि को बचाओं नागरिको का अधिकार है की उन्हें अपने निवास स्थान के आसपास खेल का मैदान, धार्मिक कार्यक्रमों के आयोजन का स्थान, उद्यान, स्कुल और गरीबों को रहने का स्थान नगरीय निकाय उपलब्ध करवाए लेकिन दुर्ग जिले में नागरिकों का यह अधिकार अवैध कब्जेधारी छीन रहे हैं और जिला प्रशासन मूक दर्शक ब...

राष्ट्रीय इस्पात निगम लिमिटेड ने नए वित्त वर्ष में बेहतरीन शुरुआत की - अप्रैल, 2023 के दौरान उत्पादन के मोर्चे पर शानदार प्रदर्शन दर्ज किया

  अप्रैल , 2022 की इसी अवधि की तुलना में 20% की वृद्धि राष्ट्रीय इस्पात निगम लिमिटेड- आरआईएनएल ने अपनी स्थापना के बाद से किसी भी अप्रैल महीने में सर्वाधिक उत्पादन हासिल किया है। आरआईएनएल ने 2 ब्लास्ट फर्नेस ऑपरेशन से 4,19,000 टन हॉट मेटल का उत्पादन (पिछले वर्ष (सीपीएलवाई) - अप्रैल , 2022 की इसी अवधि की तुलना में 20% की वृद्धि) करके किसी भी अप्रैल महीने के लिए उत्पादन के क्षेत्र में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करके दिखाया है। इसमें ब्लास्ट फर्नेस- 1 से 2,02,000 टन हॉट मेटल (गोदावरी- सीपीएलवाई की तुलना में 14% की बढ़ोतरी) , ब्लास्ट फर्नेस- 2 से 2,18,000 टन हॉट मेटल (कृष्णा- सीपीएलवाई पर 26% की बढ़त) , स्ट्रक्चरल मिल से 61,000 टन उत्पादन (सीपीएलवाई पर 100% से अधिक की वृद्धि) , विस्तार इकाइयों से 1,43,000 टन तैयार इस्पात (वायर रॉड मिल- 2, स्पेशल बार मिल और स्ट्रक्चरल मिल) और 80,000 टन उच्च स्तरीय मूल्य वर्धित इस्पात (सीपीएलवाई पर 100% से अधिक की बढ़ोतरी) उत्पादन शामिल है। इस तरह उत्पादकता के हिसाब से किसी भी अप्रैल महीने के लिए लक्षित इकाई वार सर्वश्रेष्ठ उत्पादन किया ग...

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