छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल जीत गया और कांग्रेस हार गई परिणाम स्वरूप कांग्रेस के कार्यकर्ता हतोत्साहित हो गए... जिसका सीधा फायदा भूपेश समर्थकों को हुआ.. गौर तलब रहे की भूपेश बघेल के एक कृपापात्र को लोकसभा टिकट दे दी गई और वरिष्ठ कांग्रेसी हाथ मलते रह गए... पढ़िए राजनैतिक विश्लेषण...
कांग्रेसी क्यों हार गए ?
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जिसकी सरकार के पास पूर्ण बहुमत था और जिसने पूरे पांच साल छत्तीसगढ़ पर राज किया लेकिन गौर तलब रहे कि, भूपेश बघेल के राज के बाद कांग्रेस सरकार के सभी महत्वपूर्ण मंत्री विधानसभा चुनाव हार गए और कांग्रेस शासन की व्यथनीय छवि को छत्तीसगढ़ के मतदाताओं द्वारा सत्ता विहीन कर दिया गया लेकिन भूपेश बघेल ने दुर्ग कांग्रेस की असम्मानजनक हार के गंभीर राजनैतिक विषय पर स्पष्टीकरण नही दिया और कांग्रेस कार्यकर्ताओं को चुप करवाकर अपनी दमदारी को पुनः साबित कर दिया ।
किसने किसको निपटाया ?
कांग्रेस के कार्यकर्ता इस अनुत्तरित प्रश्न से परेशान हैं कि, आखिर छत्तीसगढ़ कांग्रेस को किसने हरवाया ? स्वाभाविक है कि, इस प्रश्न का जवाब भूपेश बघेल सरकार का मुखिया होने के नाते भूपेश बघेल को ही देना है परंतु ऐसा नहीं हो रहा है तथा विडंबना यह भी है कि, छत्तीसगढ़ कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता इस अनुत्तरित प्रश्न पर प्रतिक्रिया देने से बचते नजर आते है ।
क्यों निपटाया गया है कांग्रेस को ?
छत्तीसगढ़ की भूपेश बघेल सरकार हार गई जिसका राजनीतिक विश्लेषण करने पर यह स्पष्ट होता है कि अगर कांग्रेस छत्तीसगढ़ में जीत भी जाती तो भूपेश बघेल को मुख्यमंत्री बनने का अवसर नहीं मिलता इसलिए यह कहे जाने पर दो मत नहीं होंगे की “भूपेश बघेल कांग्रेस को जितवाकर स्वयं हार जाता” लेकिन अब जब छत्तीसगढ़ में कांग्रेस हार गई है तो कांग्रेस में भूपेश बघेल का अग्रणी स्थान बना हुआ है और भूपेश बघेल राजनीतिक तौर पर बेहद फायदे की स्थिति में है और भूपेश बघेल के समर्थक को बहुत से लाभ मिला है ।
भूपेश बघेल की राजनीति से लाभान्वित कौन हुआ ?
छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की हार और भूपेश बघेल की जीत का लाभ भूपेश बघेल समर्थकों को हुआ है उल्लेखनीय है की भूपेश बघेल का कृपापात्र राजेंद्र साहू सांसद प्रत्याशी बनकर वरिष्ठ कांग्रेसियों से अपने नाम का जयकारा लगवाने की स्थिति में आ गया है । दुर्ग से कांग्रेस के बड़े दिग्गज विधानसभा टिकट पर हार का स्वाद चखने के बाद कतारबद्ध भूमिका में नजर आ रहे हैं अब कांग्रेस भूपेश बघेल के दिशा निर्देशों पर चलने को मजबूर है और कांग्रेस के बड़े नेता इस विषय क्या प्रतिक्रिया देंगे और कांग्रेस को भूपेश नीति से और कितना नुकसान होगा यह आने वाला समय बताएगा ।