श्रमिक बस्ती क्षेत्र को कचरा फेको केंद्र बनाने की कांग्रेसी साजिश नाकाम हुई ! पार्षद धर्मेंद्र भगत ने खोला मोर्चा तो कांग्रेस के महापौर और पार्षदों की बोलती बंद हो गई पढ़िए क्या है पूरा मामला…
भाजपा पार्षद धर्मेंद्र भगत ने लोकस्वास्थ्य संरक्षण मामले पर विधिक कार्यवाही करने का मोर्चा संभालते हुए कचरा फेंकने वाली गाड़ियों को पकड़ा और विधिवत शिकायत दर्ज करवाई
नेवई क्षेत्र को कचरा फेंको केंद्र क्यों बनाना चाहती है कांग्रेस ?
रिसाली निगम का नेवई क्षेत्र श्रमिक बस्ती बहुल क्षेत्र है जहां पर श्रमिक रहते हैं । इन्हीं बस्तियों के आसपास कांग्रेस की शहर सरकार वर्षों से शहरी कचरा नियमविरुध तरीके से फिकवा रही है कांग्रेस की शहर सरकार ऐसा क्यों करवा रही है इसका जवाब तो पूर्व विधायक ताम्रध्वज साहू ज्यादा अच्छे से दे सकते हैं लेकिन वर्तमान स्थिति है कि कचरा फेंकने वाली… जो गाड़ियां मौके वारदात पर पकड़ी गई वे गाड़ियां दुर्ग निगम की बताई जा रही है । इन गाड़ियों को पकड़ने वाले पार्षद और उनके साथीगण लोक स्वास्थ्य को बचाने के लिए सभी जिम्मेदार प्राधिकारियों जैसे कलेक्टर दुर्ग, क्षेत्रीय अधिकारी पर्यावरण संरक्षण मंडल भिलाई, महापौर रिसाली, पर्यावरण एमआईसी रिसाली और आयुक्त एमआईसी सदस्य के समक्ष शिकायत कर चुके हैं । इसलिए अब सभी को यह जानने की उत्सुकता है कि आखिर यह लोग किसके विरुद्ध क्या कार्रवाई करेंगे क्योंकि यह सभी नगरीय ठोस अपशिष्ट हथालन और विनष्टीकरण नियमों का अनुपालन करने के लिए पदेन तौर पर जिम्मेदार है और उनकी जवाबदेही न्यायालयिन कार्यवाही से तय की जान विधि अपेक्षित है ।
रात के अंधेरे में रिसाली को कचरा फेंको केंद्र बनवा रही थी कांग्रेस!
गौरतलब रहे की जो गाड़ियां रात के अंधेरे में कचरा फेंक रही थी वे गाड़ियां तथाकथित तौर पर दुर्ग निगम की बताई जा रहीं हैं इसलिए यह कहे जाने पर शायद ही दो मत होगा कि कांग्रेस की शहर सरकारें श्रमिक बस्ती क्षेत्र को कचरा फेंको केंद्र बनना चाहती है और श्रमिकों के लोक स्वास्थ्य के साथ सीधे तौर पर खिलवाड़ करना चाहती है । उल्लेखनीय है कि पर्यावरण नियम के विपरीत की जा रही है । यह आपराधिक घटना निंदनीय प्रशासकीय अपराध है जिसके विरुद्ध जवाबदेही वाली कार्रवाई किया जाना अपेक्षित है ।
कांग्रेस के महापौर सभापति एवं एमआईसी सदस्य की खामोशी स्वीकृत कर रही है आरोप!
रिसाली निगम की महापौर, सभापति और एमआईसी सदस्य हर मौके पर यह बताने से नहीं चूकते हैं कि रिसाली निगम को तथाकथित तौर पर ताम्रध्वज साहू पूर्व विधायक ने बनवाया है । वर्तमान में कांग्रेस की आत्मस्तुति वाली हास्यास्पद वाहवाही के साथ एक और घटना कचरा फेंका केंद्र के तौर पर सामने आई है ! उल्लेखनीय है कि रिसाली निगम का नेवई क्षेत्र हमेशा से बाहरी नगरीय निकायों का कचरा फेंकने वाले से परेशान रहा है और संघर्ष करता रहा है लेकिन रिसाली निगम के महापौर ने इस मामले में आज तक कोई बयान नहीं दिया है तथा सभापति व एमआईसी सदस्यों ने तो अपनी पदेन जिम्मेदारी पूरी नहीं करने की आपत्तिजनक मंशा अपनी खामोशी से जाहिर कर दी है लेकिन अब पार्षद धर्मेंद्र भगत ने जिम्मेदार प्राधिकारियों के समक्ष शिकायत लिखवा दी है इसलिए कांग्रेसी नेता जवाबदेही की स्थिति में आ गए है और लोक स्वास्थ्य संरक्षण मामले में कब तक चुप रहेंगे यह आने वाला समय बताएगा ।
समाज सेवक धर्मेंद्र भगत करवा रहे हैं लोक स्वास्थ्य का संरक्षण और पर्यावरण नियमों का अनुपालन !
रिसाली निगम के पार्षद धर्मेंद्र भगत वर्तमान में निर्वाचित पार्षद तो हैं लेकिन इसके साथ-साथ वे ख्याति प्राप्त समाज सेवक भी है । इसलिए रिसाली निगम क्षेत्र के लोग स्वास्थ्य के लिए वे सदैव सचेत और जागरूक रहते है । जब जहां कहीं भी लोकस्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ की जाती है तो वे स्वयं अपनी अग्रणी भूमिका निभाते हुए न्यायालय और सक्षम प्राधिकारियों के समक्ष परिवाद प्रस्तुत करने से पीछे नहीं हटते हैं । कांग्रेस की शहर सरकार द्वारा किया गया वर्तमान कचरा फेंका मामला भी इसी का एक उदाहरण है । जहां पर धर्मेंद्र भगत ने स्वयं अग्रणी भूमिका निभाते हुए कचरा फेंकने वाले आरोपी लोगों के विरुद्ध शिकायत दर्ज करवाई निश्चित तौर पर समाज सेवक लोक स्वास्थ्य को संरक्षित करने का लिए उठाया गया अनुकरणीय कदम है लेकिन पार्षद धर्मेंद्र भगत कब तक कचरा फेंका केंद्र मामले में अपनी भूमिका निभाएंगे यह आने वाला समय बताएगा