छत्तीसगढ़ की विगत भूपेश बघेल सरकार ने दुर्ग की आम जनता के परिवहन साधन… “शहरी बस सेवा” दुर्ग को अनियमितताओं के हवाले कर दिया और आम जनता को सस्ती व सुगम बस सेवा का लाभ लेने से वंचित कर दिया जिसके बाद जनता ने भूपेश बघेल सरकार को सत्ताविहीन कर दिया…
देवेंद्र यादव ने गड़बड़ियां का संरक्षण किया
भिलाई के पूर्व महापौर और विधायक देवेंद्र यादव दुर्ग को सार्वजनिक सेवा की प्रशासकीय कार्यवाही में होने वाली गड़बड़ियों को पकड़ने की जिम्मेदारी पूरी नहीं की परिणाम स्वरूप दुर्ग जिले की बस सेवा अनियमितताओं के हवाले हो गई और दुर्ग जिले की जनता सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था का लाभ लेने से वंचित हो गई ।
क्यों जरूरी है बस सेवा ?
शहरी बस सेवा: लोक कल्याण की सेवा है
शहरी बस सेवा, शहरी परिवहन का एक महत्वपूर्ण घटक है, जो नागरिकों को किफायती, सुविधाजनक और पर्यावरण के अनुकूल यात्रा प्रदान करती है। यह निजी वाहनों पर निर्भरता को कम करने और शहरी क्षेत्रों में भीड़भाड़ और प्रदूषण को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। यह आम जनता के परिवहन का सबसे सस्ता और सुगम साधन होती है ।
प्रमुख विशेषताएं:
विविधता:
शहरी बसें विभिन्न आकारों और क्षमताओं में उपलब्ध हैं, जो विभिन्न शहरों और यात्री भार की आवश्यकताओं को पूरा करती हैं। कुछ छोटी और अधिक चपल होती हैं, जो संकरी गलियों और घनी आबादी वाले क्षेत्रों में बेहतर ढंग से संचालित होती हैं, जबकि अन्य बड़ी और जोड़दार होती हैं, जो अधिक यात्रियों को ले जाने में सक्षम होती हैं।
सुविधा:
शहरी बसें अक्सर निर्धारित मार्गों पर चलती हैं और निश्चित स्टॉपेज पर रुकती हैं, जिससे यात्रियों को अपनी यात्रा की योजना बनाना और समय पर पहुंचना आसान हो जाता है। कई शहरों में, बसों में रीयल-टाइम ट्रैकिंग सिस्टम भी होते हैं जो यात्रियों को बसों के आगमन का अनुमान लगाने और अपनी यात्राओं को बेहतर ढंग से प्रबंधित करने में मदद करते हैं।
सुरक्षा:
आधुनिक शहरी बसें उन्नत सुरक्षा सुविधाओं से लैस होती हैं, जैसे कि सीसीटीवी कैमरे, आपातकालीन निकास और अग्निशमन प्रणाली। इन सुविधाओं से यात्रियों की सुरक्षा बढ़ जाती है और उन्हें यात्रा करते समय अधिक सुरक्षित महसूस करने में मदद मिलती है।
पर्यावरणीय प्रभाव:
शहरी बसें निजी वाहनों की तुलना में कम प्रदूषण उत्पन्न करती हैं, जिससे शहरी क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता में सुधार होता है। इसके अतिरिक्त, वे ऊर्जा-कुशल होती हैं और पारंपरिक ईंधन के बजाय नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों का उपयोग करने के लिए अनुकूलित की जा सकती हैं।