झोलाछाप डॉक्टरों और अपंजीकृत चिकित्सा व्यवसाइयों को पहचानना और उनसे बचाव करने के लिए हमारे लोकतांत्रिक कानूनी व्यवस्था में चिकित्सा सुविधा देने के नाम पर धोखाधड़ी करने वालों के विरुद्ध कानूनी कार्यवाही करने की है पर्याप्त व्यवस्था है… पढ़िए जागरूक रहने के विधिक पहलू…
लोक स्वास्थ्य को अपूरणीय क्षति पहुंचाने वाले अनियमित चिकित्सा व्यवसाई ग्रामीण और शहरी दोनो ही जगह… अपनी दुकान चला रहें है लेकिन जन जागरूक के आभाव में इनके विरुद्ध शासन कानूनी कार्यवाही नहीं कर पा रहा है… इसलिए यह लेख जन जागरूकता लाने का एक प्रयास है…
झोलाछाप डॉक्टरों को पहचानना और उनसे बचना बेहद ज़रूरी है। ये लोग न केवल आपके स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करते हैं बल्कि आपकी जान को भी खतरे में डाल सकते हैं।
झोलाछाप डॉक्टरों की कुछ खास पहचान:
अयोग्यता का दावा: ये लोग अक्सर असाध्य बीमारियों का भी इलाज करने का दावा करते हैं, जो किसी योग्य डॉक्टर के लिए भी मुश्किल हो सकता है।
गुप्त स्थान: ये लोग अक्सर घरों, छोटी दुकानों या ऐसी जगहों पर अपना क्लीनिक चलाते हैं जहां कोई मेडिकल सुविधाएं नहीं होतीं।
सस्ते इलाज का लालच: ये लोग आमतौर पर अन्य डॉक्टरों की तुलना में बहुत कम पैसे में इलाज करने का झांसा देते हैं।
आधुनिक तकनीक से अनभिज्ञता: ये लोग आधुनिक मेडिकल उपकरणों और तकनीकों से अनजान होते हैं।
अनावश्यक दवाएं: ये लोग अक्सर मरीजों को अनावश्यक दवाएं देते हैं, जो उनके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकती हैं।
परीक्षणों से इंकार: ये लोग मरीजों को आवश्यक परीक्षण करवाने से इंकार करते हैं, जिससे बीमारी की सही पहचान नहीं हो पाती।
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उदाहरण के लिए: एक व्यक्ति को बुखार था। उसने एक झोलाछाप डॉक्टर से इलाज करवाया। डॉक्टर ने उसे बिना किसी परीक्षण के कुछ दवाएं दे दीं। कुछ दिनों बाद व्यक्ति की हालत और बिगड़ गई और उसे अस्पताल में भर्ती करवाना पड़ा। डॉक्टर ने उसे बताया कि उसे डेंगू हुआ था और झोलाछाप डॉक्टर ने उसे गलत दवाएं दी थीं।
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झोलाछाप डॉक्टरों से बचने के लिए आप ये कर सकते हैं ?
डॉक्टर का रजिस्ट्रेशन नंबर जरूर देखें: किसी भी डॉक्टर के पास जाने से पहले उनका रजिस्ट्रेशन नंबर जरूर देखें और उसे संबंधित मेडिकल काउंसिल की वेबसाइट पर सत्यापित करें।
अस्पताल या क्लिनिक की सुविधाओं का जायजा लें: किसी भी डॉक्टर के पास जाने से पहले उनके क्लिनिक या अस्पताल की सुविधाओं का जायजा लें।
दूसरे डॉक्टरों से सलाह लें: किसी भी बीमारी के लिए एक से अधिक डॉक्टरों से सलाह लें।
ऑनलाइन जानकारी जुटाएं: इंटरनेट पर किसी भी डॉक्टर के बारे में जानकारी जुटाएं और उसके बारे में अन्य लोगों की राय जानें।
सरकारी अस्पतालों का रुख करें: अगर संभव हो तो सरकारी अस्पतालों में इलाज करवाएं।
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स्वास्थ्य परीक्षण करवाने के समय किसी प्रकार का निर्णय लेने के पहले अग्रलिखित बातें का अवश्य ध्यान रखें:
स्वास्थ्य से समझौता कभी न करें।
हमेशा योग्य डॉक्टर से ही इलाज करवाएं।
झोलाछाप डॉक्टरों के बहकावे में न आएं।
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अगर आपको कोई झोलाछाप या अपंजीकृत चिकित्सा व्यवसाई जिसे आम भाषा में डॉक्टर कहते है वह मिलता है तो… आप इसकी शिकायत संबंधित मेडिकल काउंसिल में कर सकते हैं।
झोलाछाप डॉक्टरों से बचाव क्यों ज़रूरी है?
गलत इलाज: ये लोग अक्सर गलत इलाज करते हैं जिससे बीमारी और बढ़ सकती है या नई बीमारियां हो सकती हैं।
दवाओं का गलत इस्तेमाल: ये लोग अक्सर मरीजों को अनावश्यक दवाएं देते हैं जिससे दवाओं के दुष्प्रभाव हो सकते हैं।
जान का खतरा: कुछ मामलों में झोलाछाप डॉक्टरों का इलाज जानलेवा भी साबित हो सकता है।
निवेदन : फर्जी चिकित्सा व्यवसाई से स्वयं को और अपने परिवार, दोस्त, रिश्तेदार व जन सामान्य को बचाने के लिए पहल करिए:
अपने स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ न करें। हमेशा योग्य डॉक्टर से ही इलाज करवाएं। झोलाछाप डॉक्टरों से दूर रहें और अपने आसपास के लोगों को भी इसके बारे में जागरूक करें।
लेखक एवं समीक्षक
अधिवक्ता यामिनी मैथिल
उच्च न्यायालय छत्तीसगढ़ एवं जिला एवं सत्र न्यायालय रायपुर में विधिक प्रैक्टिशनर
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