विधिक प्रक्रिया से किसी भी शासकीय विभाग के जन सूचना अधिकारी को सबक कैसे सिखायें ? अगर इस प्रश्न का उत्तर आप तलाश रहे है तो .... आपको यह लेख काम आ सकता है क्योकि ...? आपको इस पेज पर मिलेंगे 19 विषयों पर RTI आवेदन जो सूचना अधिकारी के सभी कार्यों की समीक्षा कर देंगे ...
विधिक प्रक्रिया से जन सूचना
अधिकारी को सबक कैसे सिखाएं ...
अगर इस प्रश्न का उत्तर आप तलाश रहे है तो ....
आपको यह लेख काम आ सकता है लेकिन कैसे ...?
आपको यह लेख काम आ सकता है लेकिन कैसे ...?
जन सूचना अधिकारी को सबक
सिखाने के लिए ...
आपको तिन काम करने पड़ेंगे
...
वो क्या ?
वो क्या ?
आपका पहला काम है...
सूचना का अधिकार अधिनियम की
धारा 4 को आपको विधिक दृष्टिकोण से समझना पड़ेगा
अब आपके मन में यह प्रश्न उठा होगा कि, यह धारा ४ क्या हैउत्तर – सूचना का अधिकार अधिनियम २००५ जिन – जिन शासकीय कार्यालयों पर लागु होता है उन “लोक प्राधिकारी की बाध्यताओं” को इस धारा ४ में परिभाषित किया गया हैअब आपके मन में दूसरा प्रश्न यह उठा होगा की “लोक प्राधिकारी” का अर्थ क्या है ?उत्तर - सूचना का अधिकार अधिनियम २००५ की धारा २ (ज) में शब्द “लोक प्राधिकारी” को परिभाषित किया गया है उसके अनुसार (क) संविधान द्वार या उसके अधीन; (ख) संसद द्वारा बनाई गई किसी अन्य विधि द्वारा; (ग) राज्य विधान-मंडल द्वारा बनाई गई किसी अन्य विधि द्वारा; (घ) समुचित सरकार द्वारा जारी की गई अधिसूचना या किए गए आदेश द्वारा, स्थापित या गठित कोई प्राधिकारी या निकाय या स्वायत्त सरकारी संस्था अभिप्रेत है,लोक प्राधिकारी को सरल शब्दों में हमें इस तरह समझाना है कि, प्रत्तेक शासकीय कार्यालय जो सीधे जनता से संबंधित कार्य व्यवहार करते है वे विभाग सूचना का अधिकार अधिनियम २००५ के तहत आते है और धारा ४ की जानकारी को आम जनता की पहुँच में लेन की जिम्मेदार प्रत्तेक शासकीय विभाग की है ( नोट – सेना और गोपनीय विभाग इसमें नहीं आते हैं )
आपका दूसरा काम है...
उक्त धारा 4 से विधि द्वारा प्रावधानित विषय “लोक प्राधिकारी की बाध्यताओं” को पूरा करने के लिए प्रत्तेक शासकीय विभाग उसका जन सूचना अधिकारी नियुक्त करता है और प्रत्तेक शासकीय विभाग अपने जन सूचना अधिकारी को उक्त धारा ४ की बाध्यताओ को पूरी करने की जिम्मेदारी सौपता है इसलिए जन सूचना अधिकारी का पदेन कर्तव्य उक्त धारा ४ का इस्तमाल करके आपको समझना पड़ेगा और जन सूचना अधिकारी के द्वारा की गयी गड़बड़ियों को पकड़ना पड़ेगा
आपका तीसरा काम है...
उक्त धारा ४ की बाध्यताओं के तहत जन सूचना अधिकारी के पदेन कर्तव्यों को उजागर करने वाले अग्रलिखित १९ आवेदनों के विषयवस्तु हैं जो जन सूचना अधिकारी के कार्यो की समीक्षा करने के दस्तावेजीक प्रमाण आवेदक को अभिप्राप्त करने का माद्यम बनते है इनके विषय वस्तु को समझकर इस जानकरी को आवेदक को अभिप्राप्त करना पड़ेगासरल शब्दों में यह है की १९ आवेदनों के विषयों को पढ़िए और समझिये फिर जन सूचना अधिकारी के कार्यो की कमियों को प्रमाणित करिए
उपरोक्त तिन प्रक्रिया से जन
सूचना अधिकारी के द्वारा उसके पदेन कर्तव्य के निर्वहन में कारित की गयी अनियमितताओं और कमियों को प्रमाणित
करने का विधि सम्मत आधार आवेदक को मिल जायेगा जिसके आधार पर आवेदक अपीलीय अधिकारी
और सक्षम लोक प्राधिकारी के समक्ष जन सुचना अधिकारी को चुनौती देकर उसे विधिक
प्रक्रिया के आधार पर सबक सिखा सकेगा
ऊपर उल्लेखित १९ आवेदन
अग्रलिखित है जिसको आप अग्रलिखित लिंक पर क्लिक करके से कॉपी कर सकते है
RTI Application for section 4 (1) (A) in Hindi to Download or Copy
देखिये ... सुनिए और याद रखिये ....
जन सूचना अधिकारी से ... आपको .....
न लड़ना है न झगड़ना है ...
जन
सूचना अधिकारी से एक भी शब्द नहीं बोलना है ...
सिर्फ सूचना का अधिकार अधिनियम की
धारा ४ को समझाना है और
जन सूचना अधिकारी को घर बैठे सबक सिखाना है .....